Menu
blogid : 1268 postid : 201

कैसे मिटेगा भ्रष्टाचार – हमारी राय -( जागरण जंक्शन फोरम)

My Thought
My Thought
  • 63 Posts
  • 490 Comments

सारे समस्याओ की जड़ भ्रष्टाचार ही है ! एक कहावत है की – \" इज्ज़त कमाने में सालो लगते है , पर गवाने में सिर्फ एक पल \" … तो भी लोग क्यों ऐसा करते है रिश्वत क्यों लेते है क्योकि अब हम में से ज़्यादातर लोग व्यक्ति के शानो – शौकत , बग्ला , गाड़ी , महंगा सामान इसी से उसकी और आकर्षित हो जाते है ये बिना सोचे के उसने कैसे इसे कमाया …. और रिश्वत लेने का कारण भी यही होता है की ज्यादा पैसा तो ज्यादा प्रथिष्ठ !
हमारे मत में कुछ सुझाव आते है मसलन –

० जिस विभाग में जो रिश्वत लेता हुआ पाया जाये उसका नाम उसके दफ्तर के बाहर एक बड़े बोर्ड पर अंकित कर दिया जाये ..
० कुछ ढीट किस्म के रिश्वत खोर भी होते है जो अपनी ऐसी करनी को अपने मुह से भी हसते हुए स्वीकारते है .. तो ऐसे ऊचे रिश्वतखोरो के नाम ही नही वरन उनका फोटो भी नाम के आगे लगाया जाये ताकि जिनकी फोटो नहीं लगी है उनको इस बात का डर रहे के अब एक और गलती और उनकी शक्ल भी सबके बीच चिन्हित हो जाएगी … तथा दूसरो को ये सन्देश भी पहुचे के रिश्वत लेना एक crime है !
० मंत्रियो के पास अधिकारियो से ज्यादा ताकत रहती है इसलिए जो भी दागी मंत्री या विधायक हो उसे राजनीति में प्रवेश वर्जित किया जाये ताकि एक सभ्य लोगो का आगमन हो और समाज भी सभ्य बने ! क्योकि जैसा राजा होता है प्रजा भी वैसी ही होती है ! मंत्री या अधिकारी आम जनों के आदर्श होते है तो जैसा वो करते है लोगो को भी वैसा करने की प्रेणना मिलती है !
० अधिकारियो की भी जिम्मेद्दारी तय रहे !
० ; मीडिया द्वारा भी समय-समय पर स्टिंग ऑपरेशन चलते रहने चाहिए !
० फ़ोन टेपिंग भी होनी चाहिए ! अगर ये किसी की निजता है तो ऐसा करना करोडो लोगो के अधिकार में है , पूरे भारत के हित में है !
० आज के समय में खिलाडियों व फ़िल्मी लोगो का आम जन के मनो में ज्यादा असर है तो उनको भी अपने फिल्मो आदि के द्वारा ईमानदार लोगो के सादे जीवन की प्रशंसा करनी चाहिए ताकि लोगो को अहसास हो के वैभव के अलावा इज्ज़त भी ज़रूरी चीज़ है !
० आज के globalization तथा उपभोगतावाद भी कही न कही रिश्वतखोरी की वजह हमे लगता है क्योकि इस कारण आज लोग “;क्या पा रहे है पर तो ध्यान देते है “… पर .. “कैसे पा रहे है इस में उन्हें कोई रूचि नही होती “!
० सादे जीवन का महत्व व उसका प्रोत्साहन भी ज़रूरी है !
० बेईमानो में हीनता की भावना लाने का ऐसे ही प्रयास कर सकते है .. उनको अहसास होना चाहिए की वो कितने निम्न कार्यो में लिप्त है !
० जिन अधिकारियो को दोष सिद्ध होने तक निकला ना जा पा रहा हो उनको तब तक जितनी ऊची उनकी पोस्ट हो उतनी ही नीची पोस्ट पे shift कर दिया जाये ! juniors के साथ बिठाया जाये ! पर हां इससे कुछ ऐसे ईमानदार अधिकारियो को भी मुश्किल हो सकती है जिन्हें फसाने क लिए उन पर जानबूझ कर आरोप मढ़े जाते है ! पर हां इससे बचने के लिए आरोपों की संख्या अधिक कर दी जाये मसलन ४ या ५ क्योकि बेईमान आदमी तो पूरे नौकरी में हर दिन ही बेईमानी करता ही रहता है तो उसके दोषों की संख्या ढूँढने में जयादा मेहनत नही होगी !

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh